Saturday 15 June 2013

चेहरे पे हंसी हो, घर आते हुए

-----------------रजत राजवंशी की रचना----------------
घर से निकलो मुस्कुराते हुए
चेहरे पे हंसी हो, घर आते हुए

जब भी आपको गुस्सा आये
हर नन्हा बच्चा डर जाए

गुस्सा करना ठीक नहीं
सच है यह, कोई सीख नहीं

गुस्से में आप लगते हैं बदसूरत
मुस्कराइए तो लगेंगे खूबसूरत
----------------------रजत राजवंशी------------------------------



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